Saturday 5 January 2013

GREAT LINES SAID BY- MR.RAHAT INDORI,

तूफानों से आंख मिलाओ सैलाबों पर वार करो 
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो तैर के दरिया पार करो 
तुमको तुम्हारा फ़र्ज़ मुबारक हमको मुबारक अपना सुलूक 
हम फूलों की शाख तराशें तुम चाकू पर धार करो 
फूलों की दुकानें खोलो खुशबू का व्यौपार करो 
इश्क खता है तो ये खता इक बार नहीं सौ बार करो।

आग सीने मेँ है तुम तपन देखते हो। वो खाली दिल तुम बदन देखते हो। क्यूँ परेशां हैँ मेरी आंखेँ दीदार को, हर्फ तौले हुए हैँ और तुम वज़न देखेते...