तेल की कुछ बूंद बाक़ी हैं यूं ही रौशन हैं ये।
इन चराग़ों को न छूना उंगलियां जल जाएंगी॥
Friday 8 September 2017
Wednesday 22 February 2017
हवा का एक एक झोंका था
शायद तेरा प्यार ।
जो लम्हा बनकर आया
और एक पल में गुजर गया ।।
प्यार नही था दिल में
या ऐतबार न था मुझपर ।
ऐसी क्या खता हो गयी मुझसे
जो तू खुद से मुकर गया ।।
सोचता हूँ सुनाऊ किस्सा तुम्हें
हाल -ऐ - दिल का अपने ।
पर मैं तेरी बेरुखी से डर गया ।।
कह ना सका मैं तुझसे
दास्तान - ऐ -मुहब्बत अपनी ।
दर्द था जो सीने में
वो कतरा बनकर आँखों में भर गया ।।
अवधेश। 14/02/17
---------- Avdhesh Sonkar
शायद तेरा प्यार ।
जो लम्हा बनकर आया
और एक पल में गुजर गया ।।
प्यार नही था दिल में
या ऐतबार न था मुझपर ।
ऐसी क्या खता हो गयी मुझसे
जो तू खुद से मुकर गया ।।
सोचता हूँ सुनाऊ किस्सा तुम्हें
हाल -ऐ - दिल का अपने ।
पर मैं तेरी बेरुखी से डर गया ।।
कह ना सका मैं तुझसे
दास्तान - ऐ -मुहब्बत अपनी ।
दर्द था जो सीने में
वो कतरा बनकर आँखों में भर गया ।।
अवधेश। 14/02/17
---------- Avdhesh Sonkar
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आग सीने मेँ है तुम तपन देखते हो। वो खाली दिल तुम बदन देखते हो। क्यूँ परेशां हैँ मेरी आंखेँ दीदार को, हर्फ तौले हुए हैँ और तुम वज़न देखेते...
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तेल की कुछ बूंद बाक़ी हैं यूं ही रौशन हैं ये। इन चराग़ों को न छूना उंगलियां जल जाएंगी॥
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GREAT LINES SAID BY- MR.RAHAT INDORI, तूफानों से आंख मिलाओ सैलाबों पर वार करो मल्लाहों का चक्कर छोड़ो तैर के दरिया पार करो तुमको तुम्हारा...
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आग सीने मेँ है तुम तपन देखते हो। वो खाली दिल तुम बदन देखते हो। क्यूँ परेशां हैँ मेरी आंखेँ दीदार को, हर्फ तौले हुए हैँ और तुम वज़न देखेते...