आठ ही बिलियन उम्र जमीं की होगी शायद ,
ऐसा ही अंदाजा है कुछ साइंस का ,
चार अछरिया छह बिलियन सालों की उम्र तो बीत चुकी है ,
...
कितनी देर लगा दी तुमने आने में ,
और अब मिलकर किस दुनिया की दुनियादारी सोच रही हो,
किस मज़हब और जात और पात की फ़िक्र लगी है ,
आओ चलें अब तीन ही बिलियन साल बचें हैं,
आठ ही बिलियन उम्र जमीं की होगी शायद ,
- गुलजार साहब
ऐसा ही अंदाजा है कुछ साइंस का ,
चार अछरिया छह बिलियन सालों की उम्र तो बीत चुकी है ,
...
कितनी देर लगा दी तुमने आने में ,
और अब मिलकर किस दुनिया की दुनियादारी सोच रही हो,
किस मज़हब और जात और पात की फ़िक्र लगी है ,
आओ चलें अब तीन ही बिलियन साल बचें हैं,
आठ ही बिलियन उम्र जमीं की होगी शायद ,
- गुलजार साहब
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